“The ancestor of every action is a thought”
एक सोच पहली किरण हो
एक सोच बढती धड़कन हो
बदल दे रुख तूफ़ान का
एक सोच ऐसी हिमाकत हो
जो मेरे स्वपन हो,
और जो कल्पन हो
हकीकत जिसमे नजर आए,
एक सोच वो दर्पण हो ।
-आदित्य कृष्ण
-आदित्य कृष्ण
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